तो आख़िरकार गालेआनो की किताब मुखेरेस (Mujeres) का हिंदी अनुवाद आपके सामने है। “आख़िरकार” शब्द यहाँ जोड़ना जरूरी है। ज़रूरी यह बताने के लिए है कि मैंने मूल किताब 2015 में ही स्पेन में रहने के दौरान ख़रीदी थी। उन्हीं दिनों गालेआनो
Author: Staff
विने एवं दार्बेलने की अनुवाद प्रविधियाँ
ज़ौं पॉल विने एवं ज़ौं पॉल दार्बेलने ने 1958 में प्रकाशित अपनी फ़्रेंच पुस्तक ‘Stylistique comparée du français et de l’anglais: méthode de traduction’ (स्तिलिस्तिक कौम्पारे द्यु फ़्रांसै ए द लौंग्ले : मेतोद द त्राद्युक्सियों) में अनुवाद प्रविधियों का वर्णन
अनुवाद की चुनौतियां
स्टोरीवीवर की कहानियों का अनुवाद हमेशा चुनौती साथ लाता है : हमें ठीक-ठीक मालूम नहीं होता कि कहानी का पाठक दुनिया के किस हिस्से में है, उसकी आयु या शैक्षणिक पृष्ठभूमि क्या है, वह प्रस्तुत पाठ को किस उद्देश्य से
व्यवहार से सिद्धांत और सिद्धांत से व्यवहार की ओर
अनुवाद के क्षेत्र में लगभग एक दशक तक सक्रिय रहने के बाद इसके सैद्धांतिक पक्ष को ठीक से समझने में मेरी दिलचस्पी जगी। सबसे पहले तो यह सवाल दिमाग़ में आया कि अनुवाद करते समय हम भाषा, वर्तनी आदि से
अनुवाद की कुछ व्यावहारिक समस्याएं
आम तौर पर माना जाता है कि एक भाषा की रचना को उसके मूल भाव और पाठ से विचलित हुए बिना, दूसरी भाषा के पाठकों के लिए सुगम, सरल भाषा में प्रस्तुत करना ही अनुवाद है। लेकिन अनुवाद क्या सचमुच
दुखवा का से कहे अनुवाद
वस्तु एवं विचार के विनिमय हेतु अनुवाद का आविष्कार मानव सभ्यता के साथ ही शुरू हुआ और भारत में ईस्ट इंडिया कम्पनी के डैने फैलने से पहले तक इसकी नैष्ठिक पवित्रता बरकरार रही। इस दीर्घ यात्रा में यह धर्म-प्रचार, ज्ञान-विस्तार
अनुवाद : विविध प्रसंग
अनुवाद सदा से मनुष्यों के बीच संप्रेषण का आधार रहा है। भारत जैसे बहुभाषी देश में औसत रूप से चैतन्य लोग एकाधिक भाषाओं में सामान्य संवाद करते रहे हैं। यहां घरों में एकाधिक भाषाओं का उपयोग भी व्यापक रहा है
Gendered Languages in Game Localization
What makes gendered languages hard to handle in game localization? 1. Lack of context If you’re translating games, you already know that the lack of context is very common and can cause many problems. One of these problems is a
A Translator’s World: Challenges and Surprises
Perhaps you want to get into it but are doubtful whether to go for it or not. Well! I can’t tell you what to do, but I can share with you what I feel as a translator. It’s different It
गुणवत्ता के नाम पर होने वाले शोषण से बचें
आजकल अनुवाद कंपनियों द्वारा अनुवाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भाषिक गुणवत्ता आश्वासन (Linguistic Quality Assurance) नाम की यांत्रिक प्रक्रिया का बहुत प्रयोग किया जा रहा है, जिसे संक्षेप में एलक्यूए भी कहते हैं। आप किसी गणितीय गणना की