वस्तु एवं विचार के विनिमय हेतु अनुवाद का आविष्कार मानव सभ्यता के साथ ही शुरू हुआ और भारत में ईस्ट इंडिया कम्पनी के डैने फैलने से पहले तक इसकी नैष्ठिक पवित्रता बरकरार रही। इस दीर्घ यात्रा में यह धर्म-प्रचार, ज्ञान-विस्तार
वस्तु एवं विचार के विनिमय हेतु अनुवाद का आविष्कार मानव सभ्यता के साथ ही शुरू हुआ और भारत में ईस्ट इंडिया कम्पनी के डैने फैलने से पहले तक इसकी नैष्ठिक पवित्रता बरकरार रही। इस दीर्घ यात्रा में यह धर्म-प्रचार, ज्ञान-विस्तार